पच्चीस की उम्र में अपने ही सपनों की दुनिया में खोयी रहने वाली मैं अपनी हमउम्र लड़कियों से कुछ ज्यादा ... पच्चीस की उम्र में अपने ही सपनों की दुनिया में खोयी रहने वाली मैं अपनी हमउम्र लड़...
लेकिन उस लड़के के के बारे में क्या जो सही और गलत के बीच का अंतर भी नहीं जानता है? अगर म लेकिन उस लड़के के के बारे में क्या जो सही और गलत के बीच का अंतर भी नहीं जानता है...
क्योंकि बंद कमरों में जज़्बात खुले होते हैं , क्योंकि बंद कमरों में जज़्बात खुले होते हैं ,
जहाँ आगे जाने के लिए कोई रास्ता नहीं बचता और जहाँ नदी का पानी ठहर जाता है। बावजूद इसके कि शहर में वस... जहाँ आगे जाने के लिए कोई रास्ता नहीं बचता और जहाँ नदी का पानी ठहर जाता है। बावजू...
एक सूरज और एक सूरज और
मेरे अंदर छन्न से कुछ टूट गया| टूट कर किर्च-किर्च बिखर गया| महसूस हुआ जैसे वे सारी की सारी किर्चें उ... मेरे अंदर छन्न से कुछ टूट गया| टूट कर किर्च-किर्च बिखर गया| महसूस हुआ जैसे वे सा...